(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 28 फरवरी (भाषा) पाकिस्तान ने 2021 में अमेरिका की अफगानिस्तान से जल्दबाजी में वापसी के बाद में वहां छोड़े गए हथियारों को लेकर शुक्रवार को अपनी चिंता दोहरायी।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने साप्ताहिक प्रेसवार्ता में कहा कि इन अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल आतंकवादी पाकिस्तान के अंदर हमलों के लिए कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अफगान अधिकारियों से इस मुद्दे का समाधान निकालने के लिए कहा है।’’
प्रवक्ता ने कहा कि उनका देश अफगानिस्तान के साथ सहयोगात्मक संबंधों की उम्मीद करता है, लेकिन इसमें पड़ोसी देश में आतंकवादी पनाहगाहों की मौजूदगी मुख्य बाधा है। उन्होंने प्रतिबद्धता जतायी कि अफगान अधिकारियों के साथ पाकिस्तान इन मुद्दों को उठाता रहेगा।
तोरखम सीमा को बंद करने के संबंध में प्रवक्ता ने कहा कि परिचालन संबंधी बाधाओं के कारण पाकिस्तान को यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि अफगान पक्ष पाकिस्तान की ओर एक सीमा चौकी बनाने का प्रयास कर रहा था।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अफगान अधिकारियों से एकतरफा कार्रवाई करने के बजाय संयुक्त समन्वय समिति की बैठकों जैसे द्विपक्षीय तंत्रों के माध्यम से ऐसे मुद्दों का समाधान करने का आग्रह किया है। उन्होंने मामले का समाधान बातचीत के जरिये होने की उम्मीद जतायी।
खान ने कहा कि एफ-16 जेट विमानों की निगरानी कार्यक्रम पाकिस्तान-अमेरिका रक्षा सहयोग की एक नियमित विशेषता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इसके जारी रहने का स्वागत करता है।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे आठ पाकिस्तानियों को बृहस्पतिवार को वापस भेज दिया गया।
इसके अलावा, ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार पाकिस्तान ने अमेरिका को बताया है कि वह अमेरिका में पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे उन सभी अफगानों को देश से निर्वासित कर देगा, जिनके स्थानांतरण की निर्धारित समय सीमा पूरी नहीं हुई या उनके मामले खारिज कर दिए गए।
हजारों अफगान, जिन्होंने अफगान तालिबान के खिलाफ अमेरिकी अभियान के दौरान अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के लिए काम किया था, पाकिस्तान भाग गए थे और अस्थायी प्रवास की मांग की थी।
भाषा अमित धीरज
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