गाजियाबाद (उप्र), 18 मार्च (भाषा) गाजियाबाद जिले के लोनी इलाके में एक व्यक्ति पर अपनी सात वर्षीय बेटी के साथ बलात्कार करने के बाद उसकी गला घोंटकर हत्या करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस का दावा है कि आरोपी ने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए पड़ोस की एक महिला पर जहर देने का आरोप लगाते हुए झूठी कहानी गढ़ी।
अंकुर विहार के सहायक पुलिस आयुक्त अजय कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी ज्ञान सिंह (52) ने शुरू में दावा किया था कि 12 मार्च को उसकी बेटी की मौत उसके पड़ोस में रहने वाली शांति देवी द्वारा दी गई कढ़ी खाने से हुई थी।
सहायक पुलिस आयुक्त के अनुसार ज्ञान सिंह ने यह भी आरोप लगाया था कि वही खाना खाने से उसकी पत्नी और पांच अन्य बच्चे बीमार हो गए।
अजय कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर शांति देवी को गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस के अनुसार ज्ञान सिंह अपनी बेटी को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल ले गया था जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाकी पांच बच्चों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी। हालांकि, तब लड़की के परिजनों ने दिल्ली में पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था और शव को घर वापस ले आए थे।
सहायक पुलिस आयुक्त ने बताया कि संदेह होने पर पुलिस ने बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराया था जिसमें यौन उत्पीड़न और गला घोंटने की पुष्टि हुई ।
उन्होंने कहा कि इस खुलासे के बाद पुलिस ने 17 मार्च को सेवा धाम में जीडीए पार्क के पास ज्ञान सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
सहायक पुलिस आयुक्त के मुताबिक पूछताछ के दौरान ज्ञान सिंह ने कुबूल किया कि 12 मार्च की रात को उसने अपनी बेटी के साथ बलात्कार किया था और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी।
अजय कुमार सिंह ने बताया कि अधिकारियों को गुमराह करने के लिए उसने झूठी शिकायत दर्ज कराकर शांति देवी को फंसाया था।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने ज्ञान सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है और शांति देवी के सभी आरोपों से मुक्त होने की उम्मीद है।
भाषा सं सलीम
राजकुमार
राजकुमार