(फोटो के साथ)
(अभिषेक शुक्ला)
ब्रातिस्लावा/नाइट्रा (स्लोवाकिया), 10 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को स्लोवाकिया के उद्योगपतियों को ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और इस बात पर जोर दिया कि भारत आज की अनिश्चितताओं भरी दुनिया में प्रगति का एक शानदार उदाहरण है।
राष्ट्रपति ने यहां ‘जगुआर लैंड रोवर’ सुविधा केंद्र का दौरा किया। इस दौरान वह ‘लैंड रोवर डिफेंडर’ के विनिर्माण संयंत्र की शुरुआत की साक्षी बनीं।
मुर्मू दो देशों की अपनी राजकीय यात्रा के दूसरे चरण में बुधवार को यहां पहुंचीं। वह स्लोवाक गणराज्य की यात्रा करने वाली दूसरी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष हैं।
राष्ट्रपति ने संयंत्र में कार्यरत भारतीय कर्मचारियों से मुलाकात की, जो उनसे मिलने के लिए पंक्ति में खड़े थे।
आखिरी बार किसी भारतीय राष्ट्रपति ने 29 साल पहले स्लोवाकिया का दौरा किया था। मुर्मू मध्य यूरोपीय देश का दौरा करने वाली दूसरी भारतीय राष्ट्रपति हैं।
विदेश मंत्रालय द्वारा यहां आयोजित स्लोवाकिया-भारत व्यापार मंच को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि स्लोवाकिया अपनी कार्यबल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विदेशों से मेहनती कुशल श्रमिकों और पेशेवरों की तलाश कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि भारतीय प्रतिभा स्लोवाकिया की आर्थिक प्रगति में एक मूल्यवान भागीदार हो सकती है।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के आने वाले वर्षों में 5,000 अरब (पांच ट्रिलियन) अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है और ‘‘हम स्लोवाकिया जैसे अपने मित्र देशों के साथ साझेदारी में ऐसा करने की उम्मीद करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और स्लोवाकिया, अपने मजबूत औद्योगिक आधार और यूरोप में रणनीतिक स्थान के साथ व्यापार और निवेश के लिए बेहतरीन अवसर प्रस्तुत करता है।’’
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि 10 वर्षों में दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग किया है और अब व्यापार के विविध क्षेत्रों का पता लगाने का समय आ गया है।
उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ के एक प्रमुख सदस्य और रक्षा एवं उच्च तकनीक उद्योगों के केंद्र के रूप में स्लोवाकिया भारत के विशाल उपभोक्ता बाजार, कुशल कार्यबल और संपन्न स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र से लाभान्वित हुआ है।
राष्ट्रपति ने कहा कि विशेष रूप से ‘ऑटोमोटिव’ क्षेत्र दोनों देशों के बीच एक मजबूत कड़ी के रूप में उभरा है, जिसमें टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने नाइट्रा सहित स्लोवाकिया में महत्वपूर्ण निवेश किया है।
अक्टूबर 2018 में, टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जेएलआर ने स्लोवाकिया के नाइट्रा में अपने विनिर्माण केंद्र का उद्घाटन किया था।
करीब 1.4 अरब यूरो के निवेश के साथ, इस संयंत्र की वार्षिक उत्पादन क्षमता 1,50,000 वाहनों की है।
जेएलआर की प्रवक्ता कैटरीना चेलेबोवा ने कहा, ‘‘हमें बहुत खुशी है कि राष्ट्रपति ने हमारे संयंत्र का दौरा किया,। यहां जेएलआर स्लोवाकिया नाइट्रा संयंत्र भारत की ओर से स्लोवाकिया में सबसे बड़ा निवेश है।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ विद्युतीकरण हमारी नयी रणनीति का हिस्सा है। इस दशक के अंत तक हम अपने प्रत्येक जेएलआर मॉडल में से कम से कम एक को इलेक्ट्रिक वाहन के तौर पर निर्मित करने की योजना बना रहे हैं।’’
इस संयंत्र में करीब 200 भारतीय काम करते हैं, जहां डिफेंडर और डिस्कवरी मॉडल तैयार किये जाते हैं। डिफेंडर का उत्पादन केवल नाइट्रा संयंत्र में किया जाता है और दुनिया भर में निर्यात किया जाता है।
भाषा सुरभि अविनाश
अविनाश