नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) ने सोमवार को कहा कि उसने नवीकरणीय स्रोतों से बिजली पारेषण की क्षमता खड़ी करने के लिए पात्र संस्थागत नियोजन के जरिये 8,373.10 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं।
अदाणी समूह की कंपनी एईएसएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जुलाई, 2015 में अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) से अलग होकर सूचीबद्ध होने के बाद से उसने पूंजी बाजार में पहली इक्विटी जुटाई गई है।
कंपनी ने कहा, ‘‘एईएसएल ने 8,373 करोड़ रुपये (एक अरब डॉलर) का पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह भारत के बिजली क्षेत्र में सबसे बड़ा क्यूआईपी है।’’
यह लेनदेन 30 जुलाई को बाजार बंद होने के बाद शुरू किया गया था। इसका आधार सौदा आकार 5,861 करोड़ रुपये (700 मिलियन अमेरिकी डॉलर) था। इसमें 8,373 करोड़ रुपये तक का ‘ग्रीन शू’ (अधिक बोली आने पर उसे बरकरार रखने) विकल्प भी शामिल था।
कंपनी ने कहा, ‘‘निदेशक मंडल की प्रबंध समिति ने क्यूआईपी को 976 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के निर्गम मूल्य पर 10 रुपये अंकित मूल्य वाले 8,57,89,959 इक्विटी शेयरों के आवंटन को मंजूरी दे दी है। यह 1,027.1125 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर 51.1125 रुपये की छूट दर्शाता है, जो कुल मिलाकर 8,373.10 करोड़ रुपये है।’’
कंपनी इस राशि का इस्तेमाल नवीकरणीय ऊर्जा के लिए थोक पारेषण गलियारों के निर्माण, ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और नेटवर्क योजना में सुधार के लिए करेगी। इसके अलावा, इस राशि का उपयोग ऋण चुकाने और समग्र कॉरपोरेट गतिविधियों को मजबूत करने के लिए की जाएगी।
एईएसएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कंदर्प पटेल ने कहा, ‘‘क्यूआईपी को मिली जबर्दस्त प्रतिक्रिया हमारे मजबूत कारोबारी मॉडल, निष्पादन क्षमताओं और प्रभावी पूंजी आवंटन रणनीति में निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाती है।’’
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