तिरुवनंतपुरम/नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने कहा कि अगर केरल को केंद्र से और अधिक धन चाहिए तो राज्य को यह घोषित करना चाहिए कि वह शिक्षा, बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण के मामले में पिछड़ा हुआ है।
राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से बात करते हुए कुरियन की यह टिप्पणी केरल में सत्तारूढ़ माकपा और विपक्षी कांग्रेस की ओर से केंद्रीय बजट 2025-26 की तीखी आलोचना के मद्देनजर आई है, जिन्होंने शनिवार को केंद्र सरकार पर बजट में राज्य की सभी मांगों की ‘अनदेखी’ करने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, राज्य के वित्त मंत्री के एन बालगोपाल और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि 24,000 करोड़ रुपये के विशेष वित्तीय पैकेज और वायनाड के पुनर्वास के लिए एक और पैकेज सहित राज्य की कई मांगों को बजट में ‘‘अनदेखा’’ किया गया।
उन्होंने बजट ‘निंदनीय’, ‘अत्यंत निराशाजनक’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया।
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मत्स्यपालन, पशुधन और डेयरी राज्य मंत्री कुरियन ने कहा कि केंद्र सरकार इस तरह के वित्तीय पैकेज उन राज्यों को देती है जो विभिन्न बिंदुओं पर पिछड़े हैं।
कुरियन के बयान पर नाराजगी जताते हुए माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि केरल पिछड़ा रहे, लेकिन ऐसा नहीं होगा।
भाषा
वैभव पवनेश
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